बाल कविता

तुम बिन-माँ

तुम बिन कोई प्यार मुझे नहीं करता माँ |
सर पे वो प्यार वाला हाथ नहीं रखता माँ |
तुम बिन हर खुशी अधुरी सी लगती माँ |
दुख में आँसुओ की कोई सीमा नहीं माँ |
तुम बिन रूखी सी ज़िन्दगी हो गई माँ |
क्यूं चली गई छोड़कर मुझको तुम ऐसे माँ |
भग्वान से कहकर घर वापिस आ जाओ माँ |||
कामनी गुप्ता ***

कामनी गुप्ता

माता जी का नाम - स्व.रानी गुप्ता पिता जी का नाम - श्री सुभाष चन्द्र गुप्ता जन्म स्थान - जम्मू पढ़ाई - M.sc. in mathematics अभी तक भाषा सहोदरी सोपान -2 का साँझा संग्रह से लेखन की शुरूआत की है |अभी और अच्छा कर पाऊँ इसके लिए प्रयासरत रहूंगी |