कवितापद्य साहित्य

सत्य-असत्य

इस संसार में——- शुभ-अशुभ दोनों ही,
हम सभी के आत्मा के आंशिक प्रकार है।
अशुभ— मनुष्य के प्रत्यक्ष स्वरूप का ही,
आत्मा का बाहरी— आवरण आकार है।

शुभ आत्मा का—— सबसे करीब में ही,
रहने वाला——- निकटतम आवरण है।
मनुष्य के अशुभ स्तर को छिन्न करते ही,
वह शुभ के स्तर तक पहुंच—- जाता है।

बहुत से लोग– इस स्तर तक पहुँचते ही,
आत्मा रूपी—–सत्य को पाकर धन्य हैं।
उनके जीवन में शुभ संस्कार के आते ही,
अनवरत कार्य के साथ सतकर्म करते हैं।

उनके इस धरती पर उपस्थित मात्र से ही,
मानव जाति के लिए— महान वरदान है।
ऐसे व्यक्ति के उपस्थित हो जाने पर ही,
घोर दुरात्मा भी——- संत बन जाता है।

मनुष्य को– इस प्रकार की मानवता ही,
हर बूरा कार्य- करने से रोक सकता है।
मूह की बोली एक—- अनुभव है दूसरी,
दर्शन शास्त्र– मंदिर सम्प्रदाय ठिक है।

परन्तु जब होता है -इनका प्रत्यक्षानुभूति,
ये सब वाकई में बहुत पिछे छुट जाते हैं।
न्याय युक्ति,बौद्धिक व्यायाम,जरूरी नहीं,
अगर जो सत्य को–प्रत्यक्ष कर लिया हो।
रमेश कुमार सिंह
२४-०७-२०१५

रमेश कुमार सिंह 'रुद्र'

जीवन वृत्त-: रमेश कुमार सिंह "रुद्र"  ✏पिता- श्री ज्ञानी सिंह, माता - श्रीमती सुघरा देवी।     पत्नि- पूनम देवी, पुत्र-पलक यादव एवं ईशान सिंह ✏वंश- यदुवंशी ✏जन्मतिथि- फरवरी 1985 ✏मुख्य पेशा - माध्यमिक शिक्षक ( हाईस्कूल बिहार सरकार वर्तमान में कार्यरत सर्वोदय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सरैया चेनारी सासाराम रोहतास-821108) ✏शिक्षा- एम. ए. अर्थशास्त्र एवं हिन्दी, बी. एड. ✏ साहित्य सेवा- साहित्य लेखन के लिए प्रेरित करना।      सह सम्पादक "साहित्य धरोहर" अवध मगध साहित्य मंच (हिन्दी) राष्ट्रीय सचिव - राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना उज्जैन मध्यप्रदेश,      प्रदेश प्रभारी(बिहार) - साहित्य सरोज पत्रिका एवं भारत भर के विभिन्न पत्रिकाओं, साहित्यक संस्थाओं में सदस्यता प्राप्त। प्रधानमंत्री - बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन इकाई सासाराम रोहतास ✏समाज सेवा - अध्यक्ष, शिक्षक न्याय मोर्चा संघ इकाई प्रखंड चेनारी जिला रोहतास सासाराम बिहार ✏गृहपता- ग्राम-कान्हपुर,पोस्ट- कर्मनाशा, थाना -दुर्गावती,जनपद-कैमूर पिन कोड-821105 ✏राज्य- बिहार ✏मोबाइल - 9572289410 /9955999098 ✏ मेल आई- [email protected]                  [email protected] ✏लेखन मुख्य विधा- छन्दमुक्त एवं छन्दमय काव्य,नई कविता, हाइकु, गद्य लेखन। ✏प्रकाशित रचनाएँ- देशभर के विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में एवं  साझा संग्रहों में रचनाएँ प्रकाशित। लगभग 600 रचनाएं पत्र-पत्रिकाओं तथा 50 साझा संग्रहों एवं तमाम साहित्यिक वेब पर रचनाये प्रकाशित। ✏साहित्य में पहला कदम- वैसे 2002 से ही, पूर्णरूप से दिसम्बर 2014 से। ✏ प्राप्त सम्मान विवरण -: भारत के विभिन्न साहित्यिक / सामाजिक संस्थाओं से  125 सम्मान/पुरस्कार प्राप्त। ✏ रूचि -- पढाने केसाथ- साथ लेखन क्षेत्र में भी है।जो बातें मेरे हृदय से गुजर कर मानसिक पटल से होते हुए पन्नों पर आकर ठहर जाती है। बस यही है मेरी लेखनी।कविता,कहानी,हिन्दी गद्य लेखन इत्यादि। ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ आदरणीय मित्र मेरे अन्य वेबसाईट एवं लिंक--- www.rameshpoonam.wordpress.com http://yadgarpal.blogspot.in http://akankshaye.blogspot.in http://gadypadysangam.blogspot.in http://shabdanagari.in/Website/nawaunkur/Index https://jayvijay.co/author/rameshkumarsing ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ आपका सुझाव ,सलाह मेरे लिए प्रेरणा के स्रोत है ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~

3 thoughts on “सत्य-असत्य

  • महातम मिश्र

    बहुत ही होनहार रचना प्रिय मित्र रमेश सिंह जी, सादर बधाई कलम की नैतिकता के लिए……

      • महातम मिश्र

        आज कल कहाँ है मान्यवर दिखाई नहीं पड़ते, आशीर्वाद मित्रवर रमेश सिंह जी

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