नाग जुल्फों के लहराओ ना इस तरहा..
नाग जुल्फों के लहराओ ना इस तरहा
डस रही है, दिलों को ये कातिल अदा।
हौले हौले संवारो जरा इनको तुम, देख बैचैनियों मे है काली घटा॥
मन में चाहत के बादल, उमडने लगे
दिल की धडलन पे, डाके से पडने लगे।
एक दूजे से नयना झगडने लगे, देखने दे मुझे तु निगाहें हटा….
हौले हौले संवारो जरा इनको तुम, देख बैचैनियों मे है काली घटा……
छुप रहे है सितारे, इन्हे बांध लो
इन नजारों की, ऐ जान मत जान लो
ऐ हंसी इतना कहना तो तुम मान लो, चांद भी छुप गया जान काली घटा….
हौले हौले संवारो जरा इनको तुम, देख बैचैनियों मे है काली घटा…..
लट कपोलों पे बिखरी है, जिस नाज से।
जलने लगता हूं मैं, इनके अंदाज से।।
है मेरा मश्विरा कि अभी आज से बांध लो बांध लो, अपनी जालिम लटा…..
हौले हौले संवारो जरा इनको तुम, देख बैचैनियों मे है काली घटा…..
सतीश बंसल