चाहत..
मेरी हर सांस में, हर आस में विश्वास में तू है।
तू दिल कि धडकनों में है, मेरे अहसास मे तू है।
तू मेरी अारजू में है, तू मेरी जुस्तजु में है
मेरी हर सोच में तू है, मेरे आभास में तू है
मेरे सपनों में तू है, तू हकीकत में पसानों में
मेरे गीतों में तू है, तू ही तू मेरे तरानों में।
जमीं है तू ख्यालों की,तू जीवन है कयामत है
तू जीने की वजह मेरी, तू मेरे दिल की चाहत है॥
ईश्क तू है मोहब्बत तू, इनायत है तू हसरत है
मेरी दीवानगी तू है, तू रब है, तू रवायत है।
तु मेरी आशिकी है, जिन्दगी की हर खुशी तुझसे।
तु मेरा हौसला है, जिन्दगी है हर जरुरत है॥
सतीश बंसल
सुंदर अभिव्यक्ति उम्दा ख्याल
शुक्रिया वैभव जी…