हिंदी से हिन्दुस्तान
हिंदी से हिन्दुस्तान
सदियों की महारानी हिंदी
भारत की दुःख – सुख की बिंदी
चंदवरदाई का ‘ पृथ्वीराज रासो ‘ ये
खुसरो की खड़ी बोली की
मुकरी , पहेली , कव्वाली है।
जायसी के ‘ पद्मावत ‘ की प्रेम कथा ये
सूर के बाल कृष्ण लीला ये
तुलसी के बसते इसमें राम
कुंवर बाई , मीरा ने गया जिसे
जिससे रीझे थे घनश्याम
प्रेम चंद की लेखनी ये
भारतेंदु का नाटक – गद्य है
‘ द्विवेदी युग ‘ की गति ये
आंदोलन का दस्तावेज ये
ब्रिटिश तानाशाही में भी
तिलक का गणेश उत्सव ये
वीरों का यह देश – प्रेम
लिख – गा के गीत भगत सिंह
तब फंदे पर झूला था।
विविध भाषियों को इसने
आजादी से जोड़ा था।
है यह गांधी की राष्ट्र भाषा
उत्तर से कन्या कुमारी तक
डोर एकता में है बांधा
कैसा मधु रस घोला था
मैथिली शरण की ये राष्ट्र भक्ति
है पंत चितरे प्रकृति यह
सुभद्रा कुमारी चौहान का वात्सल्य यह
महादेवी का विरह राग यह
प्रदीप की देश भक्ति यह
त्रिलोचन का सॉनेट यह
कामिल बुल्के की राम कथा यह
फैज , कैफ़ी आजमी की गजल ये
आजादी की संस्कृति यह
हरिवंश की मधुशाला है
कवियों का कवि सम्मेलन यह
नीरज की प्रसिद्धि यह
निदा फाजली का पुरस्कार यह
नरेंद्र मोदी की प्रतिनिधि यह
सिनेमा की नायिका यह
बाजारवाद की भाषा यह
संचार क्रान्ति का माउस है
बिना प्रयासों के अब हिंदी
हिंदी हो रही है ग्लोबल
विदेशों में है बोलवाला
झूमे संगीत सुहाना
भारत की है गौरव गाथा
सम्मानित यहां हर भाषा
हिंदी से ‘ मंजु ‘ हिन्दुस्तान।
— मंजु गुप्ता
वाशी , नवी मुम्बई