वंदना…
विघ्नविनाशक, लम्बोदर हे गणनायक, गणराज।
मंगलमूर्ती, एकदंत को दे रहे सब आवाज
गणपति आन पधारो जी…..
गणपति आन पधारो जी…..
आंख बिछाए बैठे है शिवनंदन तेरी राहो में।
आस लिए है दर्शन की करुणाकर सभी निगाहो में
दे कर दर्शन दयावंत सौभाग्य संवारो जी….
गणपति आन पधारो जी…..
गणपति आन पधारो जी…..
हे पार्वती के लाला आऔ रिद्धि सिद्धि संग लिये।
लालायित है दर्शन को सब मन मे मधुर उमंग लिये॥
हे दुखहर्ता मंगल कर्ता सब कष्ट निवारो जी…..
गणपति आन पधारो जी…..
गणपति आन पधारो जी…..
हे बुद्धीविधाता सिद्धीदाता हे सिद्धिविनायक विश्वेशवर।
हे विद्धयावारिधी विघ्नेश्वर हे विनायका हे प्रथमेश्वर॥
हे प्रथमपूज्य गजधर हे गजानन किरपा वारो जी…
गणपति आन पधारो जी…..
गणपति आन पधारो जी…..
सतीश बंसल
उत्तम !
शुक्रिया विजय जी..