मेरे वादे मुझे याद हैं हमसफर…
मेरे वादे मुझे याद हैं हमसफर, तेरे वादे तुझे याद हों कि ना हो।
तुमको दिल में बसाया है दिल की तरहा, हम तेरे दिल में आबाद हो कि ना हो॥
मेरे वादे मुझे याद हैं हमसफर….
आज भी मेरे सपनों की ताबीर तुम
जिन्दगी के ख्यालों की तस्वीर तुम
चाहता हूं तुम्हे जिन्दगी की तरहा, तुमको मुझसे भले प्यार हो कि ना हो…
मेरे वादे मुझे याद हैं हमसफर….
देखते ही तुम्हें मुस्कुराता है दिल
जाने किस मौज में डूब जाता है दिल
गुमशनों सी महकतीं है सांसें मेरी, तेरी सांसों को अहसास हो कि ना हो….
मेरे वादे मुझे याद हैं हमसफर….
तुम खुदा तो नही कुछ मगर कम नहीं
तुम नही जिन्दगी में तो फिर हम नहीं
नाम लेकर तेरा होती है हर सुबहा, तेरे लब पे मेरा नाम हो कि ना हो…..
मेरे वादे मुझे याद हैं हमसफर….
सतीश बंसल