नम्रता
झुकते गये निभाने के लिये हर रिश्ता
सुना था फल झुकी हुई डालियों पर लगते हैं
लोगों ने हमारे झुकने को
समझ लिया हमारी कमजोरी
जो भी गुज़रा पास से हमारे
पत्थर मार कर आगे बढ़ गया…..
— रमा शर्मा
झुकते गये निभाने के लिये हर रिश्ता
सुना था फल झुकी हुई डालियों पर लगते हैं
लोगों ने हमारे झुकने को
समझ लिया हमारी कमजोरी
जो भी गुज़रा पास से हमारे
पत्थर मार कर आगे बढ़ गया…..
— रमा शर्मा