कविता

तभी होली का त्योहार होता है

जब,
तन में तरंग हो
मन में उमंग हो
खुशियों का संग हो
तभी होली का त्योहार होता है.

जब,
प्रेम का गुलाल हो
स्नेह के अबीर का अंबार हो
रंगों की बहार हो
तभी होली का त्योहार होता है.

जब,
पीने को भंग हो
साथ में मस्त-मलंग हों
ढोल-बाजों का हुड़दंग हो
तभी होली का त्योहार होता है.

जब,
खाने को गुजिया हो
आलू की भुजिया हो
कांजी की हंडिया हो
तभी होली का त्योहार होता है.

जब,
किसी से वैर नहो
लगता कोई ग़ैर न हो
मांगते सभी की ख़ैर हों
तभी होली का त्योहार होता है.

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244

15 thoughts on “तभी होली का त्योहार होता है

  • राज किशोर मिश्र 'राज'

    वाह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह लाजवाब बहन जी

  • विजय कुमार सिंघल

    बहुत खूब, बहिन जी ! सुन्दर कविता !!

    • लीला तिवानी

      प्रिय विजय भाई जी, पसंद करने के लिए शुक्रिया.

    • लीला तिवानी

      प्रिय विजय भाई जी, पसंद करने के लिए शुक्रिया.

  • गुरमेल सिंह भमरा लंदन

    हा हा , लीला बहन ,जब

    पीने को भंग हो, या पीने को बीअर हो ,भी कहीं फिक्स कर देते तो मेरी भी होली मान जाती .

    साथ में मस्त-मलंग हों

    ढोल-बाजों का हुड़दंग हो

    तभी होली का त्योहार होता है.
    बहुत ही मजेदार कविता .

    • लीला तिवानी

      प्रिय गुरमैल भाई जी, आप बीअर पी लीजिएगा, फिर कहिएगा मत, कि भांग के बिना होली भी कैसी होली! बीअर आप रोज़ पी सकते हैं, भांग का मज़ा तो होली पर ही है. प्रोत्साहन के लिए शुक्रिया.

  • लीला तिवानी

    ब्लॉगर संजय भाई द्वारा सुझाया हुआ डायबिटीज से मुक्ति पाने का एकदम सरल घरेलू कारगर नुस्खा-

    ”मुम्बई के किडनी विशेषज्ञ डा. टोनी अलमैदा ने दृढ़ता और धैर्य के साथ इस औषधि के व्यापक प्रयोग किये हैं तथा इसे आश्चर्यजनक माना है ।

    देखिये कितना आसान है इस औषधि को घर में ही निर्मित करना |

    आवश्यक वस्तुएं–

    > 1 – गेंहू 100 gm.

    > 2 – वृक्ष से निकली गोंद 100 gm.

    > 3 – जौ 100 gm.

    > 4 – कलुन्जी 100 gm.

    –( निर्माण विधि )

    उपरोक्त सभी सामग्री को ५ कप पानी में रखें । आग पर इन्हें १० मिनट उबालें । इसे स्वयं ठंडा होने दें । ठंडा होने पर इसे छानकर पानी को किसी बोतल या जग में सुरक्षित रख दें ।

    –( उपयोग विधि )

    सात दिन तक एक छोटा कप पानी प्रतिदिन सुबह खाली पेट लेना ।

    अगले सप्ताह एक दिन छोड़कर इसी प्रकार सुबह खाली पेट पानी लेना । मात्र दो सप्ताह के इस प्रयोग के बाद आश्चर्यजनक रूप से आप पायेंगे कि आप सामान्य हो चुके हैं …और बिना किसी समस्या के अपना नियमित सामान्य भोजन ले सकते हैं.”

  • लीला तिवानी

    ब्लॉगर संजय भाई द्वारा सुझाया हुआ डायबिटीज से मुक्ति पाने का एकदम सरल घरेलू कारगर नुस्खा-

    ”मुम्बई के किडनी विशेषज्ञ डा. टोनी अलमैदा ने दृढ़ता और धैर्य के साथ इस औषधि के व्यापक प्रयोग किये हैं तथा इसे आश्चर्यजनक माना है ।

    देखिये कितना आसान है इस औषधि को घर में ही निर्मित करना |

    आवश्यक वस्तुएं–

    > 1 – गेंहू 100 gm.

    > 2 – वृक्ष से निकली गोंद 100 gm.

    > 3 – जौ 100 gm.

    > 4 – कलुन्जी 100 gm.

    –( निर्माण विधि )

    उपरोक्त सभी सामग्री को ५ कप पानी में रखें । आग पर इन्हें १० मिनट उबालें । इसे स्वयं ठंडा होने दें । ठंडा होने पर इसे छानकर पानी को किसी बोतल या जग में सुरक्षित रख दें ।

    –( उपयोग विधि )

    सात दिन तक एक छोटा कप पानी प्रतिदिन सुबह खाली पेट लेना ।

    अगले सप्ताह एक दिन छोड़कर इसी प्रकार सुबह खाली पेट पानी लेना । मात्र दो सप्ताह के इस प्रयोग के बाद आश्चर्यजनक रूप से आप पायेंगे कि आप सामान्य हो चुके हैं …और बिना किसी समस्या के अपना नियमित सामान्य भोजन ले सकते हैं.”

    • विजय कुमार सिंघल

      यह नुस्खा नोट कर रहा हूँ. बहिन जी, हम whatsapp पर एक स्वास्थ्य समूह चलाते हैं. अगर आप भी whatsapp पर हैं तो इस समूह में आ सकती हैं और अपने अनुभवों से सभी को लाभान्वित कर सकती हैं, यह समूह केवल स्वास्थ्य चर्चा के लिए है.

  • लीला तिवानी

    ब्लॉगर संजय भाई का सुझया हुआ डायबिटीज से मुक्ति पाने का एकदम सरल घरेलू कारगर नुस्खा-

    ”मुम्बई के किडनी विशेषज्ञ डा. टोनी अलमैदा ने दृढ़ता और धैर्य के साथ इस औषधि के व्यापक प्रयोग किये हैं तथा इसे आश्चर्यजनक माना है ।

    देखिये कितना आसान है इस औषधि को घर में ही निर्मित करना |

    आवश्यक वस्तुएं–

    > 1 – गेंहू 100 gm.

    > 2 – वृक्ष से निकली गोंद 100 gm.

    > 3 – जौ 100 gm.

    > 4 – कलुन्जी 100 gm.

    –( निर्माण विधि )

    उपरोक्त सभी सामग्री को ५ कप पानी में रखें । आग पर इन्हें १० मिनट उबालें । इसे स्वयं ठंडा होने दें । ठंडा होने पर इसे छानकर पानी को किसी बोतल या जग में सुरक्षित रख दें ।

    –( उपयोग विधि )

    सात दिन तक एक छोटा कप पानी प्रतिदिन सुबह खाली पेट लेना ।

    अगले सप्ताह एक दिन छोड़कर इसी प्रकार सुबह खाली पेट पानी लेना । मात्र दो सप्ताह के इस प्रयोग के बाद आश्चर्यजनक रूप से आप पायेंगे कि आप सामान्य हो चुके हैं …और बिना किसी समस्या के अपना नियमित सामान्य भोजन ले सकते हैं.”

  • राज किशोर मिश्र 'राज'

    कभी सुबह कभी शाम होती है/

    सुप्रभात हम करते है प्रणाम

    शब्दो को देते है विराम—–

    • लीला तिवानी

      प्रिय राजकिशोर भाई जी, बहुत-बहुत शुक्रिया.

  • जब,
    किसी से वैर नहो
    लगता कोई ग़ैर न हो
    मांगते सभी की ख़ैर हों
    तभी होली का त्योहार होता है.
    —वाह बहुत सुंदर होली पर्व का वर्णन आदरणीया!!नमन!!

    • लीला तिवानी

      प्रिय रमेश भाई जी, त्वरित व प्रेरक प्रतिक्रिया के लिए आपको भी नमन.

    • लीला तिवानी

      प्रिय रमेश भाई जी, त्वरित व प्रेरक प्रतिक्रिया के लिए आपको भी नमन.

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