चाँद को निकले जमाना हो गया…….
देख तुम को गुनगुनाना हो गया
खूबसूरत ये बहाना हो गया
वो नज़र आये नही तो यूँ लगा
चाँद को निकले जमाना हो गया
दिल चुराया प्यार से जबसे मेरा
दिल हसीं सा आबदाना हो गया
मुझ को जब से मिल गया वो गुलबदन
खुशबुओं का आना जाना हो गया
वो हमारी बात सुनकर जो हँसे
ये हमारा तो कमाना हो गया
“दिनेश”