झूठ बोलने से अच्छा है सच बोलो
झूठ बोलने से अच्छा है
अब तो तुम सच बोलो ।
कितने राज छिपे हैं दिल में
अब तुम सबको खोलो।
एक तराजू प्रेम को रखकर
दूजे में जग को तोलो ।
तुम हो राही प्रेम डगर के
पथ से मत तुम डोलो ।
राधे क्रष्ण की पावर भूमि
यहां प्रेम कभी मत मोलो ।
— अनुपमा दीक्षित “मयंक”