एक सूरज___मुक्तक
????????
एक सूरज तुम हथेली आज धर लो साथियो
छोड़ के अपना पराया कर बसर लो साथियो
आपसी मतभेद को मनभेद बनने दो नही
चार दिन की चांदनी है प्यार कर लो साथियो।
*गुंजन गूँज*
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एक सूरज तुम हथेली आज धर लो साथियो
छोड़ के अपना पराया कर बसर लो साथियो
आपसी मतभेद को मनभेद बनने दो नही
चार दिन की चांदनी है प्यार कर लो साथियो।
*गुंजन गूँज*
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sundar 🙂