कुछ शेर
1- जो कभी मोम के जैसा पिघल जाता था…
वही दिल जाने पत्थर का हो गया है क्यो ।।
2 -कुछ इस तरह ताल्लुक निभाया है हम दोनों ने
कि अब ला-ताल्लुक हो जायें यही अच्छा है ।।
1- जो कभी मोम के जैसा पिघल जाता था…
वही दिल जाने पत्थर का हो गया है क्यो ।।
2 -कुछ इस तरह ताल्लुक निभाया है हम दोनों ने
कि अब ला-ताल्लुक हो जायें यही अच्छा है ।।