मुक्तक/दोहा

मुक्तक

निशाना साध मंजिल पर,नजर को तू गढ़ाए रख |
तमोमय रात है काली, जरा दीपक जलाए रख |
मधुप छोटे परों से भी, गगन में उड़ रहे ऊँचे |
सुलगती हसरते दिल में, सदा ही तू जगाए रख |
नीतू शर्मा,
जैतारण

नीतू शर्मा 'मधुजा'

नाम-नीतू शर्मा पिता-श्यामसुन्दर शर्मा जन्म दिनांक- 02-07-1992 शिक्षा-एम ए संस्कृत, बी एड. स्थान-जैतारण (पाली) राजस्थान संपर्क- [email protected]