मेरे अंगना में गणपति आए
मेरे अंगना में गणपति आए नाचूंगी मैं तो झूम-झूम के 2413/ 11.9.99
मेरे नैना मगन हर्षाए नाचूंगी मैं तो झूम-झूम के-
1.गणपति तेरे अजब-निराले
सूंड सुहानी गजमुख वाले
करके करुणा अंगनवा में आए नाचूंगी मैं तो झूम-झूम के-
2.मूषक वाहन अजब-निराला
छोटा-सा वाहन देह विशाला
ऐसा रूप दिखाने को आए नाचूंगी मैं तो झूम-झूम के-
3.भोग प्रभु का अजब-निराला
बर्फ़ी न पेड़े मोदक वाला
ऐसा भोग खिलाने को आए नाचूंगी मैं तो झूम-झूम के-
4.प्यार प्रभु का अजब-निराला
बल-बुद्धि-विद्या देने वाला
भक्ति-ज्ञान भेंट में लाए नाचूंगी मैं तो झूम-झूम के-
5.दरश प्रभु का अजब-निराला
विघ्न हटा सुख देने वाला
पहला पूजन पाने को आए नाचूंगी मैं तो झूम-झूम के-
बहुत सुन्दर भजन, बहिन जी !
लीला बहन , भजन बहुत सुन्दर लगा .
श्रद्धेय बहनजी , यहाँ तो पूरा वातावरण ही गणपतिमय हुआ है और लोग उनामी भक्ति में मगन झूम गा रहे हैं । ऐसे में आपका यह अनुपम भजन भक्तों को एक उत्कृष्ट सौग़ात है । बहुत बहुत धन्यवाद ।
प्रिय राजकुमार भाई जी, एक सटीक एवं सार्थक प्रतिक्रिया के लिए शुक्रिया.
प्रिय राजकुमार भाई जी, एक सटीक एवं सार्थक प्रतिक्रिया के लिए शुक्रिया.