मेरे पापा
सुबह से लेकर शाम तक बस चलते रहते पापा।
सारी फरमाइशें मेरी यूं झट से पूरी करते पापा।
जब मैं स्कूल से आऊं थक कर फिर सो जाऊं;
काम से आकर भी मेरे सारे नखरे सहते पापा।
ममी भी काम करे पर कछ तो वो आराम करे;
ज़िम्मेदारियां घर की उठाते पर नहीं थकते पापा।
ममी मुझको प्यारी दीदी भी जीभर के प्यार करे;
पर सबसे अच्छे सबसे प्यारे मुझको लगते पापा।
पापा मेरे हीरो हैं यूूंही उनके जैसा बन जाऊं मैं;
जल्दी से बस बड़ा हो जाऊं मैं जैसे लगते पापा।
पापा जैसे सबको खुशियां दूं गम बांट लूं सबके;
सबका ख्याल मैं भी रखूं जैसे हैं रखते पापा।।।
कामनी गुप्ता ***
बहुत खूब !
बहुत धन्यवाद सर जी !
बहुत धन्यवाद सर जी !