आंसू
यह सच है,
आंसुओं पर किसी का ज़ोर नहीं होता,
यह भी सच है,
आंसुओं जैसा पुरज़ोर सहारा कोई और नहीं होता.
खुशी में खुशी का उपहार होते हैं आंसू,
ग़म में भी ग़म की निकासी का आधार होते हैं आंसू.
तनहाई में यादों का आगार होते हैं आंसू,
जमहाई में थकान का प्रतिकार होते हैं आंसू.
हास-परिहास में भी नमूदार होते हैं आंसू,
उदासी में उदास-भाव का इज़हार होते हैं आंसू.
कभी अनकही बातों को संजोते हैं आंसू,
कभी-कभी यों ही दामन भिगोते हैं आंसू.
आंसुओं की भी अपनी भाषा होती है,
घड़ियाली आंसुओं पर मानवता पशेमान होकर रोती है.
महंगाई का बढ़ता ग्राफ देखकर अक्सर ढुलक पड़ते हैं आंसू,
पड़ोसी की कोठी की बढ़ती मंज़िलों को देखकर लुढ़क पड़ते हैं आंसू.
प्याज काटने वालों को रुला देते हैं प्याज के आंसू,
कभी-कभी तो सरकार को ही गिरा देते हैं प्याज के आंसू.
अवसर-समय-स्थान कोई भी हो, रुकते नहीं हैं आंसू,
अपने आने का कोई-न-कोई वाजिब बहाना ढूंढ ही लेते हैं आंसू.