कभी गीत लिखना हमारे लिए तुम
मापनी – 122 122 122 122
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कभी गीत लिखना हमारे लिए तुम ।
नहीं राज कहना हमारे लिए तुम ।
खिले फूल गुलशन हज़ारों दिलों में ।
बनो साज़ सजना हमारे लिए तुम ।
मापनी – 122 122 122 122
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कभी गीत लिखना हमारे लिए तुम ।
नहीं राज कहना हमारे लिए तुम ।
खिले फूल गुलशन हज़ारों दिलों में ।
बनो साज़ सजना हमारे लिए तुम ।