ग़ज़ल : इस तिरंगे पर
देंगे हम जान इस तिरंगे पर,
अपना ईमान इस तिरंगे पर।
हमको अभिमान इस तिरंगे पर,
देश का मान इस तिरंगे पर।
मेरे तो खून का है हर कतरा,
आज कुरबान इस तिरंगे पर।
राम रहमान और गुरु नानक,
सबका सम्मान इस तिरंगे पर।
हमको विश्वास सबसे ज्यादा है,
देश की आन इस तिरंगे पर।
मेरा बस एक ख्वाब है अम्बर,
होऊं कुरबान इस तिरंगे पर।
— अभिषेक कुमार अम्बर