मुस्कुराना
हमें जिन्दगी में गुनगुनाना है।
लोगों के साथ मुस्कुराना है।
गीतमय दुनियां बनाकर यहाँ,
एक धुन में सबको मिलाना है।
कोई है यहाँ, कोई आज वहाँ
सबके मन में तसल्ली लाना है
दुनिया से हटकर लोग रहते कहीं
उनकी जिन्दगी भी हमें बचाना है।
लड़ते-झगड़ते जीवन को बिताते
उन्हें तवाह होने से बचाना है
गरीबी की मार लोग झेलते है
इसे अपने देश से हटाना है
@रमेश कुमार सिंह /02-08-2016