मुक्तक/दोहा

“मुक्तक”

मापनी- 212 212 212 212

चाहता हूँ निभा लूँ वफ़ा भावना

ले दिया हूँ कसम खुद खता साधना

पाँव रखने लगा हूँ भले मोड़ पर

दो कदम चल जुदा हो गया बालमा॥

महातम मिश्र, गौतम गोरखपुरी

*महातम मिश्र

शीर्षक- महातम मिश्रा के मन की आवाज जन्म तारीख- नौ दिसंबर उन्नीस सौ अट्ठावन जन्म भूमी- ग्राम- भरसी, गोरखपुर, उ.प्र. हाल- अहमदाबाद में भारत सरकार में सेवारत हूँ