दिवस प्यार
चहूँ ओर सत राग का शोर बड़ा
बता दो किनके गले में छाला पड़ा
हाँ तो गर्म दूध जिनके मीत ने पीया
कड़ा सवाल सुनते क्यूँ लकवा जड़ा
दिवस प्यार –
उजड़ा बाग़ देख
रोया पड़ोसी
पुस्तक मेला-
कुम्हार चाक संग
भीड़ ले सेल्फ़ी
ठिठकी भीड़
कुम्हार चाक देख
पुस्तक मेला
रो रहा प्रकाशक
स्व स्टॉल खाली पाया