भक्तों का बेड़ा पार
मैय्याजी तू कर देना भक्तों का बेड़ा पार
उनको तो बस तेरा सहारा तू ही है आधार-
1. हमने सुना जो तुझको ध्याएं, तू भी उनका ध्यान लगाए
किसी रूप में कर देती है उन पर तू उपकार-
2. तू ही है भक्तों की नैय्या, मझधारों में तू ही खिवैया
समय पड़े तो तू बन जाती खुद उनकी पतवार-
3. तू ही उनको भक्ति देती, शेरों जैसी शक्ति देती
तू ही कृपा कर देती है सद्गुण का उपहार-
4. तू ही झोलियां भरने वाली, तू ही संकट हरने वाली
तू ही सूरज-सा उजास दे मन में करे उजियार-
5. लाल चुनरिया वाली माता, तू ही सबकी भाग्य-विधाता
करुणासगर करुणा करके कर दे लालों-लाल-
(तर्ज़-मैय्याजी मेरी बेटी को रखना सदा खुशहाल—)