मुक्तक
नहीं अपमान सहना है ,हमें कुछ काम करना है।
रहें इस देश में अपने बड़ा सा नाम करना है।
नहीं कोई भुला पाया, यहाँ मक्कार को अब तक,
सफाया कर लुटेरों का हमें अब नाम करना है॥
___________________ रमेश कुमार सिंह ‘रुद्र’
नहीं अपमान सहना है ,हमें कुछ काम करना है।
रहें इस देश में अपने बड़ा सा नाम करना है।
नहीं कोई भुला पाया, यहाँ मक्कार को अब तक,
सफाया कर लुटेरों का हमें अब नाम करना है॥
___________________ रमेश कुमार सिंह ‘रुद्र’