स्वच्छता और स्वास्थ्य
स्वच्छता और स्वास्थ्य में है, चोली-दामन का साथ,
स्वास्थ्य जहां है निश्चित ही, स्वच्छता का है उसमें हाथ.
तन भी स्वच्छ हो, मन भी स्वच्छ, रहने का स्थान भी स्वच्छ,
भोजन बनने का स्थान और खाने का स्थान हो स्वच्छ.
रोज़ स्नान है बहुत ज़रूरी, स्वच्छ वस्त्र ही पहनें रोज़,
बाल साफ हों, ठीक बने हों, योग भी थोड़ा-सा हो रोज़.
सुबह-शाम हो दांत-सफाई, नाखूनों को साफ रखें,
एड़ी से चोटी तक अपने, तन को हरदम साफ रखें.
क्रोध न करना, धैर्य से रहना, समय से करना अपना काम,
स्वच्छ व स्वस्थ बनाएं मन को, तन को भी आए आराम.
जहां स्वच्छता स्वास्थ्य वहीं है, सच पूछो तो स्वर्ग वहीं है,
स्वच्छता बिना स्वास्थ्य न होगा, सुधीजनों की बात सही है.