सरल गायत्री मंत्र
तू ही हमें है जन्म देता, 5.6.85
पालता भी तू हमें,
तू ही प्रभु रक्षक हमारा,
प्राण भी देता हमें.
तेरे महान तेज को ही,
देखते हैं हर स्थान,
कण-कण में तू, हर मन में तू,
हम कर रहे तेरा बखान.
तेरी दया को मांगते हम,
ध्यान तेरा धर रहे,
बुद्धि हमारी श्रेष्ठ कर प्रभु,
हम हैं विनती कर रहे.