गीत/नवगीत

सरल गायत्री मंत्र

तू ही हमें है जन्म देता,                                         5.6.85
पालता भी तू हमें,
तू ही प्रभु रक्षक हमारा,
प्राण भी देता हमें.

 
तेरे महान तेज को ही,
देखते हैं हर स्थान,
कण-कण में तू, हर मन में तू,
हम कर रहे तेरा बखान.

 
तेरी दया को मांगते हम,
ध्यान तेरा धर रहे,
बुद्धि हमारी श्रेष्ठ कर प्रभु,
हम हैं विनती कर रहे.

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244