लघुकथा

पानी

कहते हैं पानी बेरंग होता है. जो वस्तु उसमें मिला दो वह उसी का रंग ले लेता है. आज यह कहावत मेरे सामने सच साबित हो गई. पानी की किल्लत से जूझते मेरे मोहल्ले में टैंकर से पानी भरने को लेकर क्लेश हो गया. मर्यादाएं टूटीं. लोग घायल हुए. रक्त के साथ मिल कर पानी का रंग लाल हो गया.

*आशीष कुमार त्रिवेदी

नाम :- आशीष कुमार त्रिवेदी पता :- C-2072 Indira nagar Lucknow -226016 मैं कहानी, लघु कथा, लेख लिखता हूँ. मेरी एक कहानी म. प्र, से प्रकाशित सत्य की मशाल पत्रिका में छपी है