लघुकथा

सूनी गली

मेरी गली में आज सन्नाटा छाया है. कभी यह खेलते हुए बच्चों के शोर से गुंजायमान रहती थी. लेकिन उस दिन एक पशु विशेष के मरने की खबर जाने कहाँ से नफरत के बीज लेकर आ गई. मोहल्ला धर्म के खेमों में बंट गया. मासूम बचपन हिंदू और मुसलमान हो गया.

*आशीष कुमार त्रिवेदी

नाम :- आशीष कुमार त्रिवेदी पता :- C-2072 Indira nagar Lucknow -226016 मैं कहानी, लघु कथा, लेख लिखता हूँ. मेरी एक कहानी म. प्र, से प्रकाशित सत्य की मशाल पत्रिका में छपी है