सूनी गली
मेरी गली में आज सन्नाटा छाया है. कभी यह खेलते हुए बच्चों के शोर से गुंजायमान रहती थी. लेकिन उस दिन एक पशु विशेष के मरने की खबर जाने कहाँ से नफरत के बीज लेकर आ गई. मोहल्ला धर्म के खेमों में बंट गया. मासूम बचपन हिंदू और मुसलमान हो गया.
मेरी गली में आज सन्नाटा छाया है. कभी यह खेलते हुए बच्चों के शोर से गुंजायमान रहती थी. लेकिन उस दिन एक पशु विशेष के मरने की खबर जाने कहाँ से नफरत के बीज लेकर आ गई. मोहल्ला धर्म के खेमों में बंट गया. मासूम बचपन हिंदू और मुसलमान हो गया.