मोहन मेरे आए हैं
होली-गीत
प्रेम का लेके गुलाल, मोहन मेरे आए हैं
संग ले बाल-गोपाल, मोहन मेरे आए हैं-
1.भर पिचकारी हर्षित होकर
रंग ले नीले-पीले-लाल मोहन मेरे आए हैं-
2.भीगी राधा भीगीं सखियां
मन में न कोई मलाल मोहन मेरे आए हैं-
3.होरी-फाग गाएं नर-नारी
देने डफली से ताल मोहन मेरे आए हैं-
4.अबीर-गुलाल मलने मुख ऊपर
लेकर नाम-त्योहार मोहन मेरे आए हैं-
5.बाजत ताल मृदंग झांझ ढप
मुरली बजाने नंदलाल मोहन मेरे आए हैं-
6.गुझिया-समोसे के थाल भरे हैं
खाने-खिलाने नंदलाल मोहन मेरे आए हैं-