हाइकू !
१.
अंसतुलन
प्रकृति का प्रकोप
समझो अब !
२.
ये प्रदूषण
हरियाली सिमटे
पेड़ बचाओ !
३.
क्यूं रुढ़िवाद
करे खोखली जड़ें
पीड़ित कहें !
४.
बदलो उन्हें
बन बेड़ी जो यूंही
उन्नति रोकें !
५.
दुनिया यह
जानते सब मगर
माया में फँसे !
६.
सुख औ दुख
मिश्रण जीवन का
संघर्ष बड़ा !
कामनी गुप्ता ***
जम्मू !