शिशुगीत

19.मोर

(बाल काव्य सुमन संग्रह से)

रंग-बिरंगा पक्षी मोर,
सिर पर धारे सुंदर ताज,
पंखों पर प्यारे चंदोवे,
भारत को है इस पर नाज़.
खाता है यह कीड़े-मकोड़े,
कें-कें-कें-कें करता है,
जब छाएं अम्बर पर बादल,
नाच-नाच मन हरता है.

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244