कविता

दिल की बात….

चाहती हूँ कहूँ
दिल की बात तुमसे
पर ठहर जाते है
लवों पर आते-आते….
ये प्यार है मेरा
जो चाहता तुम्हें
दिलो-जान से…..
हैं रहमत उस विधाता की
जिसने तुम्हें लिखा
मेरे नसीब में……
साथ मेरा तुम्हारा हैं
जिंदगी भर के लिए
मरते दम तक न टूट पाएंगे
एहसासों के रिस्ते…..
जिंदगी में
परेशानियों का दौड़
आते-जाते रहेंगे…..
पर हर परिस्थिति में
एक-दूसरे का साथ
हम निभाते रहेंगे।

*बबली सिन्हा

गाज़ियाबाद (यूपी) मोबाइल- 9013965625, 9868103295 ईमेल- [email protected]