कविता

कविता – पेड़

पेड़ लगाओ
पेड़ बढाओ
पेडों से मधुवन है ।
पेड़ सांस हैं
पेड़ आस है
पेडों से जीवन है ।
पेड़ नीर हैं
पेड़ पीर हैं
पेडों से सावन है ।
पेड़ सुहावन
पेड़ मनभावन
पेडों से उपवन है ।
पेड़ सुर हैं
पेड़ ताल हैं
पेड़ों से सरगम है ।
पेड़ हैं मौसम
पेड़ हैं कल-कल
पेड़ों से कानून हैं ।
पेड़ हैं प्रीत
पेड़ मनमीत
पेड़ों से दमखम है ।

प्रो.शरद नारायण खरे

*प्रो. शरद नारायण खरे

प्राध्यापक व अध्यक्ष इतिहास विभाग शासकीय जे.एम.सी. महिला महाविद्यालय मंडला (म.प्र.)-481661 (मो. 9435484382 / 7049456500) ई-मेल[email protected]