दोहे : जल
जल जीवन, जल सांस है, जल से बुझती प्यास !
जल से ही मुस्कान है, जल से ही है हास !!
जल से फल, जल है फसल, जल तो है वरदान !
जब तक जल तब तक मिले, नदिया को सम्मान !!
— प्रो. शरद नारायण खरे
जल जीवन, जल सांस है, जल से बुझती प्यास !
जल से ही मुस्कान है, जल से ही है हास !!
जल से फल, जल है फसल, जल तो है वरदान !
जब तक जल तब तक मिले, नदिया को सम्मान !!
— प्रो. शरद नारायण खरे