दोहा
कम मत आंको मौन को, मौन बड़ा बलवान!
शब्द जो नहीं कर सकें, करता यह जजमान!!
राजनीति की आड़ में, करते देश खराब!
घोटाले हैं अनगिणत ,होगा कभी हिसाब !!
सूरत को मत देखिए, देख लिजिए नकाब!
अंदर बाहर और है, क्या मिलेगा जवाब!!
कामनी गुप्ता***
जम्मू !
कम मत आंको मौन को, मौन बड़ा बलवान!
शब्द जो नहीं कर सकें, करता यह जजमान!!
राजनीति की आड़ में, करते देश खराब!
घोटाले हैं अनगिणत ,होगा कभी हिसाब !!
सूरत को मत देखिए, देख लिजिए नकाब!
अंदर बाहर और है, क्या मिलेगा जवाब!!
कामनी गुप्ता***
जम्मू !