मुक्तक : तुम
मेरे हँसने और रोने में तुम्हारा ही नाम आयेगा
दिल तोड़ दो या जोड़ दो तुम्हारे ही काम आयेगा
अपना बनाकर भी तुम मुझे छोड़ दो चाहे कभी
दिल की हर धड़कन में तुम्हारा ही नाम आयेगा
— रवि प्रभात
मेरे हँसने और रोने में तुम्हारा ही नाम आयेगा
दिल तोड़ दो या जोड़ दो तुम्हारे ही काम आयेगा
अपना बनाकर भी तुम मुझे छोड़ दो चाहे कभी
दिल की हर धड़कन में तुम्हारा ही नाम आयेगा
— रवि प्रभात