कविता

सावन आया……

सावन आया…..
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सावन आया – सावन आया साथ में राग मल्हार लाया
मेघों संग पेड़ों पर पड़ गये गोरी के झूले
तरूवर झूमें,पर्वत झूमें,नदियॉ झूमें,झूमें खेत-खलियान
सावन आया……

पक गईं नीम – निमोड़ी, अम्बार लग गया
भीग – भीग कुकरमुत्तों के संग गोरी के अंग – अंग फूले
यौवन ने ली अंगड़ाई, सब फीका – फीका बिन साजन
सावन आया……

खेतिहार किसान ने अब हल हाथ थाम लिया
हरियालीत्सव लेके आई, घर-घर खुशिओं के उजियाले
चलने लगी पंछी के पंखों से शीतल – खुशनुमा पवन
सावन आया……

श्मामा-श्यामा चादर ओढ़ के झूमता-गाता बादल आया
तरह – तरह के रंग दिखाके – रूप दिखाके, हुए निराले
रून – झुन – रून – झुन पायल बजा रहे गुलजारी धान
सावन आया……

– मुकेश कुमार ऋषि वर्मा
गॉव रिहावली, डाक तारौली गुर्जर,
फतेहाबाद-आगरा 283111,उ.प्र.

मुकेश कुमार ऋषि वर्मा

नाम - मुकेश कुमार ऋषि वर्मा एम.ए., आई.डी.जी. बाॅम्बे सहित अन्य 5 प्रमाणपत्रीय कोर्स पत्रकारिता- आर्यावर्त केसरी, एकलव्य मानव संदेश सदस्य- मीडिया फोरम आॅफ इंडिया सहित 4 अन्य सामाजिक संगठनों में सदस्य अभिनय- कई क्षेत्रीय फिल्मों व अलबमों में प्रकाशन- दो लघु काव्य पुस्तिकायें व देशभर में हजारों रचनायें प्रकाशित मुख्य आजीविका- कृषि, मजदूरी, कम्यूनिकेशन शाॅप पता- गाँव रिहावली, फतेहाबाद, आगरा-283111