आइए कविता लिखना सीखें- 7
प्रिय बच्चो,
सदा खुश रहो,
कविता लिखना सीखने के इस क्रम में हम आपको केवल कविता द्वारा अनेक विषयों पर कविता लिखना सिखाते हैं. आज हम आपको नशे से हानि के बारे में कविता की चार पंक्तियां बताते हैं. आप देखेंगे, कि नशा और नाश में शब्द और मात्राएं वही हैं, नशा में आ की मात्रा श पर लगी हुई है, नाश में ना पर. इसका सीधा अर्थ हुआ नशा नाश का कारण होता है. सीमित पैट्रोलियम को सोच-समझकर खर्च करना, वाहन तेज़ न चलाना, बच्चों को समय-समय पर पोलियो की दवाई पिलाना, रक्तदान करना भी हमारे आज के विषय हैं. आप लोग भी वाहन चलाते समय नशा न करना, मोबाइल पर बात न करना आदि पर भी कविता लिख सकते हैं. कोशिश करके देखिए.
नशा नाश का कारण होता,
तन-मन-धन का करता नाश,
आत्मा तक भी बिक जाती है,
परिवार का सत्यानाश.
पैट्रोलियम के कुंएं सीमित,
सबको यह बतलाना होगा,
पैट्रोलियम का विकल्प ढूंढकर,
अपना देश बचाना होगा.
वाहन तेज़ चलाया तो समझो,
जीवन की बस रेल चली,
घर पर सभी प्रतीक्षारत हैं,
दुर्घटना से देर भली.
पोलियो हटाएं, देश बचाएं,
सारे जग को स्वस्थ बनाएं,
दो बूंदों की दवा पिलाकर,
बच्चों को हम स्वस्थ बनाएं.
रक्तदान की एक इकाई,
दे सकती है जीवनदान,
दुर्घटना-रण में घायल-हित,
रक्तदान है महादान.
आपकी नानी-दादी-ममी जैसी
— लीला तिवानी