शिव भजन- गौरां की लगन-पत्रिका
पंडित जीSSS, गौरां की शुभ लगन लिखी क्या बतलाओ
पंडित जीSSS, कैसा वर पाएगी गौरां बतलाओ-
1.तीन लोक का स्वामी दूल्हा पाएगी गौरां रानी
मत घबराना गौरां का दूल्हा होगा महा कल्याणी
पंडित जीSSS, नाम-पता तो उस दूल्हे का बतलाओ-
2.शिव, शंकर, शम्भु, अभयंकर, भोला, अवढरदानी
आनंद-आगर, करुणा-सागर, आशुतोष, महादानी
पंडित जीSSS, कैसा होगा भेष ज़रा कुछ बतलाओ-
3.शीश पे चंदा, गले भुजंगा, ओढ़े वह मृगछाला
भस्म-रमैया, त्रिशूलधारी, जटा में गंगा वाला
पंडित जीSSS, कहां पे रहता, क्या खाता कुछ बतलाओ-
4.कैलाशों पर रहने वाला, मस्त हो बैल पे डोले
आक-धतूरा-भांग को खाकर, हर-हर बम-बम बोले
पंडित जीSSS, खुश तो रहेगी गौरां यह भी बतलाओ-
5.गिरि की जाई गिरिजा के हैं, भाग अनोखे-न्यारे
ऐसा वर किस्मत से मिले, जब चमकें भाग्य-सितारे
पंडित जीSSS, जल्दीS सेS फेरे इनके अब करवाओ-
पंडित जीSSS, आनंद मंगलकारी बाजे बजवाओ-
पंडित जीSSS, अच्छी लिखी है लगन नेग अपना पाओ-