आइए कविता लिखना सीखें- 8
प्रिय बच्चो,
रक्षाबंधन मुबारक हो,
कविता लिखना सीखने के इस क्रम में हम आपको केवल कविता द्वारा अनेक विषयों पर कविता लिखना सिखाते हैं. आज रक्षाबंधन का पावन पर्व है. भाई-बहिन के सच्चे व निश्छल प्रेम के प्रतीक इस ख़ास अवसर पर आप सभी को बधाइयां एवं हार्दिक शुभकामनाएं. रक्षाबंधन का पावन पर्व श्रावण पूर्णिमा को मनाया जाता है. आइए इस विषय पर कविता लिखने का प्रयास करें. हम तो आपका मार्गदर्शन ही कर सकते हैं, आप भी ऐसी छोटी-छोटी कविताएं लिख सकते हैं. कोशिश करके देखिए.
बहिन चाहे दूर भी हो तो भी कोई गम नहीं होता,
उसका प्यार किसी दुआ से कम नहीं होता,
अक्सर रिश्ते दूरियों से फीके पड़ जाते हैं,
पर बहिन-भाई का प्यार कभी कम नहीं होता.
बधाई-हो-बधाई,
रक्षाबंधन की पावन बेला है आई,
सबसे प्यारी मेरा बहिना,
सबसे सुंदर राखी लेकर आई.
रक्षाबंधन का पावन पर्व सुहाना,
आना मेरी बहिना आना,
सुंदर-प्यारी राखी लेकर,
मेरी कलाई पर तू सजाना.
सुखी रहे मेरा भाई प्यारा,
करती हूं दुआ यह हर छिन, हर पल,
राखी वाले दिन भाई से मिलकर,
बांधूगी राखी में प्यार मैं निश्छल.
आपकी नानी-दादी-ममी जैसी
— लीला तिवानी
आदरणीय बहनजी ! आपने बिल्कुल समसामयिक विषय देकर कविता लिखने की विधि सीखाने की कोशिश की है जो प्रशंसनीय है । बेहद सुंदर नायाब रचना के लिए धन्यवाद ।