गीत
बना गीत अपना …. तुम मुझे गुनगुनाओ
बिन किये कोई वादा, प्रीत के गीत गाओ !
सुनो क्या है बोले …. मेरे दिल की धड़कन
छुपा लो मुझे खुद में या खुद मुझमें छुप जाओ !
बना गीत अपना ….
दुनियादारी की रस्में … भी हैं शायद जरूरी
मेरी माँग में नाम, तुम अपना भर जाओ
बना गीत अपना ….
जिंदगी के हसीन पल … बीतें बाहों में तेरी
जिंदगी के सफ़र में गर हमसफ़र तुम बन जाओ !
बना गीत अपना ….
मदहोश हो जाओ …. प्रीत में इस कदर तुम !
खुशबू से अपनी, तुम मुझको महका जाओ !!
बना गीत अपना ….
— अंजु गुप्ता