रिश्ते
दुनिया के इन सब रिश्तों में
मेरा और तुम्हारा रिश्ता
आखिर कौन-सा है?
पूरी कायनात गवाही देती है
जिसकी वह कौन-सा रिश्ता है
शायद कुछ रिश्ते बेनाम होते हैं
होने भी चाहिए
क्योंकि हर रिश्ते को नाम देना संभव नहीं है
बस मेरा और तुम्हारा यही
बेनाम-सा रिश्ता है।
— विकास कुमार शर्मा