मेरे अपने
इस संसार में जब गढ़े जा रहे हैं नए नए शब्द उछाले जा रहे हैं नए नए जुमले मेरे साथ
Read Moreमेरे पास और कुछ हो न हो एक दीप है जो प्रज्वलित है आत्मा की ऊष्मा से जो आलोकित है
Read Moreकाली बिल्ली जब घर आई। मम्मी ने रसमलाई छुपाई। जैसे ही देखा चूहों ने। झट से सरपट दौड़ लगाई चमकीली
Read Moreराही तेरा राह से नाता। जग तोड़े तुझसे प्रीत। जगत में ना कोई तेरा। स्वारथ के नातों में तू क्यों
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