मुक्तक/दोहा

दर्दे दिल की दवा करे कोई

दर्दे दिल की दवा करे कोई
अब खुशी की दुआ करे कोई
जो गरीबों को रोटियाँ दे दे
काश वो फैसला करे कोई

आसमां छत ज़मीन बिस्तर है
ज़िन्दगी जानवर से बदतर है
उनका दर्द भी कभी सोचो
जिनका पुटपाथ ही फक़त घर है

फर्ज कुछ ख़याल तो कीजे
कुर्सियों से सवाल तो कीजे
भूख से लोग रोज मरते हैं
आप थोड़ा मलाल तो कीजे

धुंध है गर्द का बसेरा है
दर्द है बेबसी का ड़ेरा है
भेजिये रोशनी वहाँ पर भी
मुद्दतों से जहाँ अँधेरा है

सतीश बंसल
२.१०.२०१७

*सतीश बंसल

पिता का नाम : श्री श्री निवास बंसल जन्म स्थान : ग्राम- घिटौरा, जिला - बागपत (उत्तर प्रदेश) वर्तमान निवास : पंडितवाडी, देहरादून फोन : 09368463261 जन्म तिथि : 02-09-1968 : B.A 1990 CCS University Meerut (UP) लेखन : हिन्दी कविता एवं गीत प्रकाशित पुस्तकें : " गुनगुनांने लगीं खामोशियां" "चलो गुनगुनाएँ" , "कवि नही हूँ मैं", "संस्कार के दीप" एवं "रोशनी के लिए" विषय : सभी सामाजिक, राजनैतिक, सामयिक, बेटी बचाव, गौ हत्या, प्रकृति, पारिवारिक रिश्ते , आध्यात्मिक, देश भक्ति, वीर रस एवं प्रेम गीत.