दर्दे दिल की दवा करे कोई
दर्दे दिल की दवा करे कोई
अब खुशी की दुआ करे कोई
जो गरीबों को रोटियाँ दे दे
काश वो फैसला करे कोई
आसमां छत ज़मीन बिस्तर है
ज़िन्दगी जानवर से बदतर है
उनका दर्द भी कभी सोचो
जिनका पुटपाथ ही फक़त घर है
फर्ज कुछ ख़याल तो कीजे
कुर्सियों से सवाल तो कीजे
भूख से लोग रोज मरते हैं
आप थोड़ा मलाल तो कीजे
धुंध है गर्द का बसेरा है
दर्द है बेबसी का ड़ेरा है
भेजिये रोशनी वहाँ पर भी
मुद्दतों से जहाँ अँधेरा है
सतीश बंसल
२.१०.२०१७