// पाठ //
// पाठ //
हर जगह यह क्या
एक दूसरे पर चढ़ते हैं,
पैरवी के जमाने में
काले मुख हैं कितने
अपना अखड़ दिखाते ।
बलवानों की दुनिया में
वर्ण – वर्ग, जाति -धर्म की
है बड़ी – बड़ी बातें
आकाश का पताका दिखते,
अपनी रीढ़ को मजबूत बनाते ।
अजब – गज़ब के जग में
लाखों – हजारों मनु हैं,
अकल की दुहाई देते ।
इंसान इंसान की यह गाथा
अक्षरवाले की हर अश्रु बूँद में
प्रतिबिंबित है,अन्याय के मेरुदंड
पढ़ने के लिए अच्छा लगता ।