कविता

इंतजार

भग्न हृदय
विकल चित्त
अश्रु सलिल से
सींच रहीं
प्रिय-पथ
झूठी आस लिए
मन में
विश्वास लिए
ये गोपी
आज भी खड़ी है
प्रियतम
कृष्ण के
इंतजार में
नादान, नासमझ
नहीं जानती
ये इंतजार है
अनंत……..

नीतू शर्मा 'मधुजा'

नाम-नीतू शर्मा पिता-श्यामसुन्दर शर्मा जन्म दिनांक- 02-07-1992 शिक्षा-एम ए संस्कृत, बी एड. स्थान-जैतारण (पाली) राजस्थान संपर्क- [email protected]