चुभन
नितिन ने बॉस के केबिन में प्रवेश किया तो उन्होंने कहा।
“आज फिर तुम देर से ऑफिस आए। मैं जानता हूँ कि तुम आजकल तुम मुश्किल में हो। पर मैं भी एक हद तक ही मदद कर सकता हूँ।”
नितिन खामोश रहा। बॉस ने आगे कहा।
“तुम्हारा काम भी पेंडिंग है। आज तुम काम पूरा करके ही घर जाओगे।”
“यस सर” कह कर नितिन वापस आ गया। पिछले एक महीने से बेटा अस्पताल में भर्ती था। दिनभर उसकी पत्नी अस्पताल में रहती थी। रात में ऑफिस के बाद वह ठहरता था। लेकिन आज रात पत्नी को ही ठहरना होगा। इस बात की सूचना देने के लिए उसने पत्नी को फोन लगाया।
“आज फिर तुम देर से ऑफिस आए। मैं जानता हूँ कि तुम आजकल तुम मुश्किल में हो। पर मैं भी एक हद तक ही मदद कर सकता हूँ।”
नितिन खामोश रहा। बॉस ने आगे कहा।
“तुम्हारा काम भी पेंडिंग है। आज तुम काम पूरा करके ही घर जाओगे।”
“यस सर” कह कर नितिन वापस आ गया। पिछले एक महीने से बेटा अस्पताल में भर्ती था। दिनभर उसकी पत्नी अस्पताल में रहती थी। रात में ऑफिस के बाद वह ठहरता था। लेकिन आज रात पत्नी को ही ठहरना होगा। इस बात की सूचना देने के लिए उसने पत्नी को फोन लगाया।