भारत निर्माण
जिस दिन भ्रष्ट,नीच दुष्कर्मी,फाँसी पर लटकाये जाएंगे ।
ठीक उसी दिन भारत में फिर से अच्छे दिन आएंगे ।
आरक्षण दीनों को होगा,बाकी प्रतिस्पर्धा एक समान ।
उसी दिवस होगा भारत का, मित्रो सच नूतन निर्मान ।।
– नवीन श्रोत्रिय उत्कर्ष
जिस दिन भ्रष्ट,नीच दुष्कर्मी,फाँसी पर लटकाये जाएंगे ।
ठीक उसी दिन भारत में फिर से अच्छे दिन आएंगे ।
आरक्षण दीनों को होगा,बाकी प्रतिस्पर्धा एक समान ।
उसी दिवस होगा भारत का, मित्रो सच नूतन निर्मान ।।
– नवीन श्रोत्रिय उत्कर्ष