लड़की को कमजोर न समझें
‘अगर आपको लगता है कि आप डॉनल्ड ट्रंप के बेटे हैं तो यह आपकी गलतफहमी है. कोई लड़की कमजोर नहीं है. अगर कोई सीमा लांघेंगा तो हम अपनी आवाज उठाएंगे.’ राजस्थान के भरतपुर की एक लड़की ने पिछले दिनों पीछा करने वाले और उसे बदनाम करने के लिए अफवाहें फैलाने वाले एक लड़के की लाठी-डंडे से जमकर पिटाई करते हुए उसे चेतावनी दी.
लड़की का कहना है कि उसने पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराई, क्योंकि वह आरोपी को सुधरने का एक मौका देना चाहती है. लड़की ने कहा, ‘यह मेरा ऐसे लड़कों को मैसेज है कि किसी लड़की को कमजोर न समझें.’
लड़की ने सिद्ध कर दिया, ”हम केवल आवाज ही नहीं, जरूरत पड़ी तो लाठी-डंडे भी उठाएंगे. लड़की को कमजोर न समझें.”
कल के ब्लॉग के कामेंट में एक कामेंटेटर ने लिखा था- ” यही तो विडंबना है महिलाओं की उसे हर रूप में और हर जगह अपने आप को साबित करना पड़ता है.” प्रिय सखी, यह सच है- आज की लघुकथा में पुनः भरतपुर की वीर बाला ने यह सिद्ध कर दिया है, कि लड़की को कमजोर न समझें. उसने शोहदे की लाठी-डंडे से जमकर पिटाई करते हुए उसे चेतावनी दी. शाबाश, वीर बाला. आज महिलाओं को ऐसे ही साहस की जरूरत है, ताकि कोई उसकी ओर आंख उठाकर भी न देख सके.